A comedy poem for Kapil Sharma and Comedy nights with Kapli
Hindi Version
कपिल शर्मा के ठहाकोँ की बात निराली है, वैसेे तो हँसी की दुनियाँ मेँ बडेे-बडेे खिलाडी हैँ,
कॉमेडी नाइटस का जब भी परदा उठता है, हर घर मेेँ बच्चा-बच्चा टीवी सेे चिपका दिखता है,
वो बिट्टू शर्मा का आ जाना, फिर सबकेे दिल पेे छा जाना,
खुलतेे ही परदा जब वो सिद्धू को सेेल्यूट करता है, सेेल्यूट केे बाद खिचेेगा टाँग येे सोच केे सिद्धू डरता है,
फिर लेेकर किसी मुददेे को वो बातेेँ बताता है, हँसी-हँसी मेँ कभी कभी वो गहरी बातेेँ कह जाता है,
कभी बिट्टू, तो कभी सिट्टू बन वो लगायेे एेसी गुदगुदी, अकेले नहीँ जब सँग मेँ हो राजू, बुआ और दादी भी,
राजू, मँजु, बुआ, दादी, बिट्टू करतेे हैँ इतना अच्छा, पर घायल ना होँ सब जब तक ना हँस जायेे लच्छा,
कभी रोशनी, तो कभी श्वेता भी आ जाती है, मँजु के पिता और भाई की भी बारी आती है,
बुआ तो इनकी हमेशा ट्वेेन्टी टू की होती है, शादी केे ख्यालोँ मेँ वो तो ना जगती ना सोती है,
इतनी हँसी केे बाद फिर परदा गिरता है, पर्देे केे फिर उठतेे ही हँसता बिट्टू शर्मा दिखता है,
नयेे-नयेे सेलिब्रेेटीज सँग वो मेगजीन इन्ट्रव्यू करता है, अपनेे इन्ट्रव्यू सेे वो हर दर्शक का मन भरता है,
सिद्धू जी तो ठोको ताली कहतेे रह जातेे हैँ, चुप होतेे हैँ जब शर्मा जी, मिसेज सिद्धू की याद दिलातेेँ हैँ,
मिलनेे को मेहमानोँ सेे मिसेज मँजु भी आती है, शर्माजी से पापा और होठोँ की तारीफेेँ सुन वो वापस जाती है,
वाह! मजा तब आयेे जब दादी मिलनेे आती है, मेल सेलिब्रेेटीज केे गालोँ पे शगुन की पप्पी पड जाती है,
बडेे दिनोँ केे बाद फिर गुत्थी वापस आयी है, पलक के रेडीमेड शेेरोँ सँग, गुत्थी की वेल्कम कविताएेँ छाई हैँ,
पलक की मम्मी आयेे तो दादी उससे भिड जाए, आया हुआ मेहमान फिर उसकेे मजेे उठायेे,
दोनोँ नचा केे सेलिब्रेेटीज को फिर वापस जाती हैँ, मेल सेलिब्रेेटीज होँ तो बुआ मेेरिज प्रपोजल लाती है,
"बिट्टू कोन है ये आदमी....?" येे आवाज आती है, जब-जब पिकीँ बुआ की उम्र पता चल जाती है,
सेलिब्रेेटीज की तारीफोँ के बाद ये क्वेेश्चन भी होना था, "कॉमेडी नाइट्स विद कपिल" मेेँ आना होगा कभी येे सोचा था?...
बिट्टू दर्शकोँ की भी जमकर खिचाई करेे, पर दादी केे टेेढेे मेढेे कुछ प्रश्नोँ सेे तो वो भी डरेे,
पोता-पोता बिट्टू सेे जब दादी करेे, बिट्टू तो चुप हो जाये और दादी बस दारू सेे पेेेट भरेे,
कोई कैसा भी आ जाए, "इतु सा था तू इतु सा" दादी सबको बतलाए,
जब मेेेेरीकोम बनकर प्रियँका आयी थी, दादी सेे मुक्कोँ केे चेेलेेँज मेे जीतकर उसने दादी की गैस भगायी थी,
कपिल शर्मा जब गाना गाता है, हर कोई सुनता रह जाता है,
आवाज मेँ कपिल की जादू है, पलक का ओ.. ओ.. ओ.. ओ ...... बेकाबू है,
कपिल शर्मा नेे देखो एक नया आविष्कार दिखाया है, उसका "वाई-फाई वाला किस" सबको भाया है,
जब इनके सेट पेे सुन्दर सी एेक्ट्रेस आती है, पडोस केे चढ्ढा साहब की खिडकी झट सेे खुल जाती है,
फिर कपिल केे घर तक आतेे-आतेे, उनकी पूरी बॉडी हिल जाती है,
दुनियाँ का एक अजूबा उनका फोन, सिर्फ चढ्ढा साहब को सुनाई देे जिसकी टोन,
जब काम करना पडेे उन्हेेँ अपनी आउट आफ जोन, उनका फोन वाईब्रेेशन हो जाए ऑन,
कपिल को इँगलिश बनायेे उल्लू, पर इँगलिश मेँ "आई डोन्ट केेयर" बोल, वो सबको दिखा देे बाबा जी का ठूल्लू,
सोै एपिसोड की सेेन्चुरी लगा दी, मन है फिर भी भरता नहीँ,
"गुत्थी-कपिल,कपिल-सिद्धू,सिद्धू-दर्शक,दर्शक-केैमरा,केैमरा-कलर्स," गुत्थी का येे इन्ट्रो थमता नहीँ,
अन्दाज इनका एकदम शाही है, टू व्हीलर बकरी औैर लूना बनाई है,
कपिल की एक बात सुननेे मेँ आई है, पुराना सेट जब था जला इन्होँनेे कुत्तेे की जान तब बचाई है,
कपिल कॉमेडियन, सिंगर तुम हो ही, इन्सानियत का फरिश्ता बनकर भी तुमनेे वाहवाही पाई है,
कलर्स चेैनल मेँ तुम आतेे हो, उसके लियेे कलर्स चेैनल को भी बधाई है,
पोपुलेरिटी कॉमेेडी नाइटस की, वाकई मेँ एेसी छाई है, हो भी क्योँ ना जब येे सँग मेेँ इतनी खुशियाँ लायी है,
"कॉमेेडी नाइटस विद कपिल" शो ये सालोँ साल चलेे, मंडेे टू फ्राईडेे सबको इसकी कमी खलेे,
शनिवार औैर रविवार को हर मन खुश हो जाता है, क्योँकि इस दिन "कॉमेेडी नाइटस विद कपिल" आता है,
कॉमेडी नाइटस का जब भी परदा उठता है, हर घर मेेँ बच्चा-बच्चा टीवी सेे चिपका दिखता है,
वो बिट्टू शर्मा का आ जाना, फिर सबकेे दिल पेे छा जाना,
खुलतेे ही परदा जब वो सिद्धू को सेेल्यूट करता है, सेेल्यूट केे बाद खिचेेगा टाँग येे सोच केे सिद्धू डरता है,
फिर लेेकर किसी मुददेे को वो बातेेँ बताता है, हँसी-हँसी मेँ कभी कभी वो गहरी बातेेँ कह जाता है,
कभी बिट्टू, तो कभी सिट्टू बन वो लगायेे एेसी गुदगुदी, अकेले नहीँ जब सँग मेँ हो राजू, बुआ और दादी भी,
राजू, मँजु, बुआ, दादी, बिट्टू करतेे हैँ इतना अच्छा, पर घायल ना होँ सब जब तक ना हँस जायेे लच्छा,
कभी रोशनी, तो कभी श्वेता भी आ जाती है, मँजु के पिता और भाई की भी बारी आती है,
बुआ तो इनकी हमेशा ट्वेेन्टी टू की होती है, शादी केे ख्यालोँ मेँ वो तो ना जगती ना सोती है,
इतनी हँसी केे बाद फिर परदा गिरता है, पर्देे केे फिर उठतेे ही हँसता बिट्टू शर्मा दिखता है,
नयेे-नयेे सेलिब्रेेटीज सँग वो मेगजीन इन्ट्रव्यू करता है, अपनेे इन्ट्रव्यू सेे वो हर दर्शक का मन भरता है,
सिद्धू जी तो ठोको ताली कहतेे रह जातेे हैँ, चुप होतेे हैँ जब शर्मा जी, मिसेज सिद्धू की याद दिलातेेँ हैँ,
मिलनेे को मेहमानोँ सेे मिसेज मँजु भी आती है, शर्माजी से पापा और होठोँ की तारीफेेँ सुन वो वापस जाती है,
वाह! मजा तब आयेे जब दादी मिलनेे आती है, मेल सेलिब्रेेटीज केे गालोँ पे शगुन की पप्पी पड जाती है,
बडेे दिनोँ केे बाद फिर गुत्थी वापस आयी है, पलक के रेडीमेड शेेरोँ सँग, गुत्थी की वेल्कम कविताएेँ छाई हैँ,
पलक की मम्मी आयेे तो दादी उससे भिड जाए, आया हुआ मेहमान फिर उसकेे मजेे उठायेे,
दोनोँ नचा केे सेलिब्रेेटीज को फिर वापस जाती हैँ, मेल सेलिब्रेेटीज होँ तो बुआ मेेरिज प्रपोजल लाती है,
"बिट्टू कोन है ये आदमी....?" येे आवाज आती है, जब-जब पिकीँ बुआ की उम्र पता चल जाती है,
सेलिब्रेेटीज की तारीफोँ के बाद ये क्वेेश्चन भी होना था, "कॉमेडी नाइट्स विद कपिल" मेेँ आना होगा कभी येे सोचा था?...
बिट्टू दर्शकोँ की भी जमकर खिचाई करेे, पर दादी केे टेेढेे मेढेे कुछ प्रश्नोँ सेे तो वो भी डरेे,
पोता-पोता बिट्टू सेे जब दादी करेे, बिट्टू तो चुप हो जाये और दादी बस दारू सेे पेेेट भरेे,
कोई कैसा भी आ जाए, "इतु सा था तू इतु सा" दादी सबको बतलाए,
जब मेेेेरीकोम बनकर प्रियँका आयी थी, दादी सेे मुक्कोँ केे चेेलेेँज मेे जीतकर उसने दादी की गैस भगायी थी,
कपिल शर्मा जब गाना गाता है, हर कोई सुनता रह जाता है,
आवाज मेँ कपिल की जादू है, पलक का ओ.. ओ.. ओ.. ओ ...... बेकाबू है,
कपिल शर्मा नेे देखो एक नया आविष्कार दिखाया है, उसका "वाई-फाई वाला किस" सबको भाया है,
जब इनके सेट पेे सुन्दर सी एेक्ट्रेस आती है, पडोस केे चढ्ढा साहब की खिडकी झट सेे खुल जाती है,
फिर कपिल केे घर तक आतेे-आतेे, उनकी पूरी बॉडी हिल जाती है,
दुनियाँ का एक अजूबा उनका फोन, सिर्फ चढ्ढा साहब को सुनाई देे जिसकी टोन,
जब काम करना पडेे उन्हेेँ अपनी आउट आफ जोन, उनका फोन वाईब्रेेशन हो जाए ऑन,
कपिल को इँगलिश बनायेे उल्लू, पर इँगलिश मेँ "आई डोन्ट केेयर" बोल, वो सबको दिखा देे बाबा जी का ठूल्लू,
सोै एपिसोड की सेेन्चुरी लगा दी, मन है फिर भी भरता नहीँ,
"गुत्थी-कपिल,कपिल-सिद्धू,सिद्धू-दर्शक,दर्शक-केैमरा,केैमरा-कलर्स," गुत्थी का येे इन्ट्रो थमता नहीँ,
अन्दाज इनका एकदम शाही है, टू व्हीलर बकरी औैर लूना बनाई है,
कपिल की एक बात सुननेे मेँ आई है, पुराना सेट जब था जला इन्होँनेे कुत्तेे की जान तब बचाई है,
कपिल कॉमेडियन, सिंगर तुम हो ही, इन्सानियत का फरिश्ता बनकर भी तुमनेे वाहवाही पाई है,
कलर्स चेैनल मेँ तुम आतेे हो, उसके लियेे कलर्स चेैनल को भी बधाई है,
पोपुलेरिटी कॉमेेडी नाइटस की, वाकई मेँ एेसी छाई है, हो भी क्योँ ना जब येे सँग मेेँ इतनी खुशियाँ लायी है,
"कॉमेेडी नाइटस विद कपिल" शो ये सालोँ साल चलेे, मंडेे टू फ्राईडेे सबको इसकी कमी खलेे,
शनिवार औैर रविवार को हर मन खुश हो जाता है, क्योँकि इस दिन "कॉमेेडी नाइटस विद कपिल" आता है,
Hinglish Version
Kapil sharrma ke tahako ki baat nirali hai, waise to hansi ki duniya mei bade bade khiladi hai,
Comedy nights ka jab bhi parda uthta hai, har ghar m bachcha bachcha T.V. se chipka dikhta hai,
Wo bittu Sharma ka aa jana, phir sabke dil pe chaa jana,
Kulte hi parda jab wo Siddhu ko selute karta hai, Selute ke baad khinchega taang ye soch ke siddhu darta hai,
Phir lekar kisi mudde ko wo baate btata hai, hansi-hansi m kbhi-kbhi wo gehri baate keh jata hai,
Kbhi Bittu to kbhi Sittu bn wo lgaye esi gudgudi, akele nahi jab sang m ho Raju, bua,aur dadi bhi,
Raju, Manju, bua,dadi, Bittu karte hai itna accha, pr ghayal na ho sab jab tak na hans jaye laccha,
Kbhi Roshni to kbhi shweta bhi aa jati hai, Manju ke pita aur bhai ki bhi bari aati hai,
Bua to enki hamesha twenty two ki hoti hai, shadi ke khayalo m wo to na jagti na soti hai,
Itni hansi ke baad phir parda girta hai,parde ke phir uthte hi hansta Bittu Sharma dikhta hai,
Naye naye celebraties sang wo magazine interview karta hai, apne interview se wo har darshak ka man bharta hai,
Jo jis celebraty ko chahe wo yaha use baat kar skta hai, Bittu Sharma ke set pr har koi hansta dikhta hai,
Tariff m celebraties ke siddhu ji se shayari aati hai, female celebraty jo aaye Siddhu ji ki shayari jordar ho jati hai,
Siddhu ji to thoko taali khte reh jate hai,chup hote hai jab Sharma ji mrs. Siddhu ki yaad dilate hai,
Milne ko mehmano se mrs. Manju bhi aati hai, Sharma ji se papa aur hontho ki tarife sun wo wapas jati hai,
Wah! Maja tab aaye jab dadi milne aati hai, male celebraties ke gaalo pe shagun ki pappi pad jati hai,
Bade dino ke baad phir Gutthi wapas aayi hai, Palak ke readymade shero saang Gutthi ki welcome kavitaye chai hai,
Palak ki mummy aaye to dadi use bhid jaye, aaya hua mehman phir uske maje uthaye,
Dono nacha ke celebraties ko phir wapas jati hai, male celebraties ho to bua marriage proposal laati hai,
“BITTU KAUN HAI YE AADMI ……..?” ye awaz aati hai, jab-jab Pinki bua ki umr pta chal jati hai,
Cellebraties ki tarifo ke baad ye question bhi hona tha, COMEDY NIGHTS WITH KAPIL ME AANA HOGA KBHI YE SOCHA THA…….?
Bittu darshako ki bhi jamkr khinchai kare,par dadi ke kuch tede mede prashno se to wo bbhi dare,
Pota- pota bittu se jab dadi kare, bittu to chup ho jaye aur dadi bas daru se peit bhare,
Koi kaisa bhi aa jaye,”IIITU SA THA TU SA”, dadi sabko batlaye,
Jab Mericom bankar Priyanka aayi thi, dadi se mukko ke chaleenge me jeetkar usne dadi ki gas bhagayi thi,
Jab Kapil Sharma gana gata hai, har koi suntan reh jata hai,
Aawaj me kapil ki jaadu hai, Palak ka O.. O.. O.. O.. bekaabu hai,
Kapil Sharma ne dekho ek naya aavishkar dikhaya hai, uska “WIFI Wala KISS” sabko bhaya hai,
Jab inke set pe sundar si actress aati hai, pados ke chadda sahib ki khidki jhat se khul jati hai,
Phir Kapil ke ghar tak aate aate, unki puri body hil jati hai,
Duniya ka ek ajuba unka phone, sirf chadda sahib ko sunai de jiski tone,
Jab kaam karna pade unhe apni out of zone, unka phone vibration ho jaye on,
Kapil ko English banaye ullu, par English mei “I DON’T CARE” bol, wo sabko dikha de, “BABA JI KA THULLU”
Sau episodes ki century laga di, man hai phir bhi bharta nahi,
“GUTTHI-KAPIL, KAPIL-SIDDHU, SIDDHU-DARSHAK, DARSHAK-CAMERA, CAMERA-COLORS”, GUTTHI ka ye intro thamta nahi,
Andaaz enka ek dum shaahi hai, two wheeler bakri aur luna banai hai,
Kapil ki ek baat sunne m aayi hai, purana set jab tha jala enhone kutte ki jaan tab bachai hai,
Kapil comedian, singer tum ho hi, insaniyat ka farishta bankar bhi tumne wahwahi payi hai,
Colors channel m tum aate ho, uske liye colors channel ko bhi badhai hai,
Popularity comedy nights ki wakai m esi chhaai hai, ho bhi kyun na jab ye sang m itni khushiya laayi hai,
“COMEDY NIGHTS WITH KAPIL” show ye saalo-saal chale, Monday to Friday sabko eski kami khale,
Shanivaar aur Ravivaar ko har man khush ho jata hai, kyunki es din “COMEDY NIGHTS WITH KAPIL” aata hai,